पूनम के चाँद पर.. आया निखार,
आया फाल्गुन आया.. आया होली का त्योहार !
नीले, पीले ,लाल, गुलाबी...रंगों की बौछार,
खुश्बू टेसू के फूलों की...लाई संग बहार...!
दिल में उमंग उठी ... महकी बयार
अँखियाँ छलकाए देखो ...प्रीत-उपहार !
भूलो सभी बैर, मिटे गर्द-गुबार
भर पिचकारी मारो... नेह अपार !
फुलवारी रंगों की.. साथी फुहार
एक रंग रंगे ... आज हुए एकसार !
रंग-रंगोली हो या दीप-दीपावली...
दिल यही बोले...जब हों साथ हमजोली...
'तुम हो तो....
हर रात दीवाली
हर दिन अपनी होली है....'
~"आप सभी को सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !"~ :-)
रंग-रंगोली हो या दीप-दीपावली...
ReplyDeleteदिल यही बोले...जब हों साथ हमजोली...
'तुम हो तो....
हर रात दीवाली
हर दिन अपनी होली है....'
वाह ... बहुत खूब
होलिकोत्सव की अनंत शुभकामनाएं
vah behad khoobshoorat ansaz me "vo" ki prastuto, "gr vo ho to bund bund ko sagar likh du ,lamho ko mai sadiya likh du ..." तुम हो तो....
ReplyDeleteहर रात दीवाली
हर दिन अपनी होली है....'
वाह ... बहुत खूब
होलिकोत्सव की अनंत शुभकामनाएं
भूलो सभी बैर, मिटे गर्द-गुबार
ReplyDeleteभर पिचकारी मारो... नेह अपार !...
प्रेम की पिचकारी चले तो अब कुछ रंगीन हो जाता है ..
आप सब को होली की शुभकामनायें!
ReplyDeleteस्वस्थ रहें!
जीवन में हर पल रहे , खुशियों का त्योहार । द्वार सदा बरसा करे , रंगों की बौछार ॥ रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
ReplyDeleteसुन्दर भाव....
ReplyDeleteसब साथ हों तो हर दिन त्यौहार......
सस्नेह
अनु
दिल में उमंग उठी ... महकी बयार
ReplyDeleteअँखियाँ छलकाए देखो ...प्रीत-उपहार !
bahut hi sundar ......badhai sweekaren ...holi pr hardik subhkamnayen
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDelete--
रंगों के पर्व होली की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामंनाएँ!
भावुक अनुभूति सार्थक रचना
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई
होली की शुभकामनायें
mere bhi blog main sammlit hon
aabhar
'तुम हो तो....
ReplyDeleteहर रात दीवाली
हर दिन अपनी होली है....'
सार्थक रचना
बहुत बहुत बधाई
बहुत भावपूर्ण और सार्थक रचना...होली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति आपको होली की हार्दिक शुभकामनायें होली की शुभकामनायें तभी जब होली ऐसे मनाएं .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MAN
ReplyDeleteबढ़िया कही..... शुभकामनायें आपको भी
ReplyDelete♥
दिल में उमंग उठी ... महकी बयार
अँखियाँ छलकाए देखो ...प्रीत-उपहार !
भूलो सभी बैर, मिटे गर्द-गुबार
भर पिचकारी मारो... नेह अपार !
फुलवारी रंगों की.. साथी फुहार
एक रंग रंगे ... आज हुए एकसार !
आहाऽऽहाऽऽ... !
बहुत प्यारा गीत लिखा है आदरणीया अनिता जी
गुनगुनाते हुए पढ़ने का आनंद लिया ...
:)
आभार !
आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत बधाई !
हार्दिक शुभकामनाओं मंगलकामनाओं सहित…
-राजेन्द्र स्वर्णकार
आपको भी होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर होली गीत, होली की हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
आप सभी गुणी जनों का हार्दिक धन्यवाद व आभार!:-)
ReplyDelete~सादर!!!
कोमल भावनाओं से संसिक्त सांगीतिक रागात्मक फाग गीत .फाग मुबारक आपको ,आपके सुप्रिय परिवार को .
ReplyDeleteहोली की बहुत बहुत शुभकामनाएँ.
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