बहुत प्रभावी हाइकु....
क्या बात है ....अब पता चला ?समझ गया क्यों था सूरज भागातू मेघ लाया..... :-)))) बधाई |
मनमोहक और सुंदर चित्रमय हायकू |
बहुत सुंदर
vakai..bada beimaan mausam hai aaj!
waah.....ek se badhkar ek :)
सराहना तथा प्रोत्साहन के लिए आप सभी का हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ! :)~सादर
मन है रोया ग़रीबी की आड़ में मानव खोया। भाव पूर्ण हाइकु अनीता जी ...मार्मिक ....!!
उम्दा हाईकु!! अच्छे लगे! हिन्दी चेतना या शायद किसी पत्रिका में आपकी कवितायें पढ़ने का आनन्द भी लिया - बधाई
सभी हाइकु बहुत उम्दा और भावपूर्ण, बधाई.
एक से बढ़ एक खूबसूरत हाइकु हार्दिक बधाई
धरा भीगी कि बादलों की आँखें गीली !अच्छे बिम्ब !
सराहना व प्रोत्साहन के लिए आप सभी का ह्रदय से धन्यवाद एवं आभार ! :)~सादर
भीगी थी धरा सूरज का विरह छलक आया । बेहतरीन हाइकू रचनाएं ।
बहुत प्रभावी हाइकु....
ReplyDeleteक्या बात है ....अब पता चला ?
ReplyDeleteसमझ गया
क्यों था सूरज भागा
तू मेघ लाया..... :-)))) बधाई |
मनमोहक और सुंदर चित्रमय हायकू |
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeletevakai..bada beimaan mausam hai aaj!
ReplyDeletewaah.....ek se badhkar ek :)
ReplyDeleteसराहना तथा प्रोत्साहन के लिए आप सभी का हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ! :)
ReplyDelete~सादर
मन है रोया
ReplyDeleteग़रीबी की आड़ में
मानव खोया।
भाव पूर्ण हाइकु अनीता जी ...मार्मिक ....!!
उम्दा हाईकु!! अच्छे लगे! हिन्दी चेतना या शायद किसी पत्रिका में आपकी कवितायें पढ़ने का आनन्द भी लिया - बधाई
ReplyDeleteसभी हाइकु बहुत उम्दा और भावपूर्ण, बधाई.
ReplyDeleteएक से बढ़ एक खूबसूरत हाइकु
ReplyDeleteहार्दिक बधाई
धरा भीगी कि बादलों की आँखें गीली !
ReplyDeleteअच्छे बिम्ब !
सराहना व प्रोत्साहन के लिए आप सभी का ह्रदय से धन्यवाद एवं आभार ! :)
ReplyDelete~सादर
भीगी थी धरा
ReplyDeleteसूरज का विरह
छलक आया ।
बेहतरीन हाइकू रचनाएं ।