Saturday 29 December 2012

**~और नहीं... बस ! और नहीं.....~**


दामिनी चली गयी ! एक अजीब सा गूँजता हुआ सन्नाटा छोड़ गयी...! दिल कितना दुखी है... ये किसी को बताने की ज़रूरत नहीं...! उसकी हिम्मत और बहादुरी को मेरा शत-शत नमन ! ईश्वर उसकी आत्मा को शांति प्रदान करे व उसके माता-पिता व प्रियजनों को ये असीम दुख सहने की शक्ति दे !
   आज न कुछ कहने की ज़रूरत है... न सुनने की ! बस.. एक इंसान और  नारी होने के नाते कई दिनों से एक बग़ावत उठ रही है मन में...~ और नहीं... बस ! और नहीं.....



" हर फ़ैसले पर मेरे... मोहर की थी ताक़ीद...
जीने की आरज़ू थी... क़लम तोड़ वो गया........."

14 comments:

  1. अच्छी रचना..
    दामिनी का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने वाला

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  2. शानदार अभिव्यक्ति,
    जारी रहिये,
    बधाई।

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  3. " हर फ़ैसले पर मेरे... मोहर की थी ताक़ीद...
    जीने की आरज़ू थी... क़लम तोड़ वो गया........."

    मुकम्मल बातें दिल के करीब जो कुछ हुआ उसकी पुनरावृत्ति न हो . इश्वर राह दिखाएँ

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  4. कुछ ज़ख्म भरते नहीं...
    भरने भी नहीं चाहिये......
    :-(

    अनु

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  5. बलिदान जाया ना जाय बस यही कामना करती हूँ.

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  6. प्रासंगिक तंज लिए धार दार प्रस्तुति .




    नव वर्ष शुभ हो चौतरफा .

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  7. xpand
    35m Virendra Sharma ‏@Veerubhai1947
    ram ram bhai मुखपृष्ठ http://veerubhai1947.blogspot.in/ रविवार, 30 दिसम्बर 2012 फैसला निर्भया की मौत से पहले और बाद का
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  8. Virendra Sharma ‏@Veerubhai1947
    चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! comets चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! http://sb.samwaad.com/2012/12/blog-post_29.html … वीरेंद्र कुमार शर्मा की रपट
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  9. Virendra Sharma ‏@Veerubhai1947
    चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! comets चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! http://sb.samwaad.com/2012/12/blog-post_29.html … वीरेंद्र कुमार शर्मा की रपट
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  10. नूतन वर्षाभिनंदन मंगलकामनाओं के साथ.

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  11. इस मार्मिक घटना ने सभी का झकझोर दीया हैं। मार्मिक वर्णन

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  12. वाकई अब बस अब और नहीं .... विनम्र श्रद्धांजलि...

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  13. मर्मान्तक पीड़ा है इन शब्दों में जो अंतस को झकझोड़ देती

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  14. :(
    जख्म सूखने न पायें |
    विनम्र श्रद्धांजलि |

    सादर

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