Wednesday, 6 February 2013

~** हाइकु ~धूप कहाँ हो तुम ...??? **~



शीत ऋतु में
बारिश की बौछारें..
चुभें शूल सी...!


सूर्य देवता
बादलों की ओट में     
क्यूँ छिपे तुम... ?

सर्द लहर,
ठिठुरती है काया.. 
धूप कहाँ हो ?

 मेघ गर्जना
सर्द सोए दिन में
ज़रा ना भाए...!

5. दिन सिहरा
बादलों की चादर
छिड़कें बूँदें...!

15 comments:

  1. सुन्दर हाइकू |
    शुभकामनायें ||

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  2. मौसम की विपरीतता को बखूबी बयान किया है, बहुत शुभकामनाएं.

    रामराम.

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  3. मेरी टिप्पणी कहाँ गयी ? :(:(

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  4. सर्द मौसम
    फरवरी माह
    ठिठुरे तन .... सभी हाइकु सुंदर

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  5. बहुत बढ़िया...
    भीगे भीगे हायकू....

    सस्नेह
    अनु

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  6. धूप की खोज बड़ी प्यारी है ...

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  7. Bahut sundar...
    http://ehsaasmere.blogspot.in/2013/02/blog-post.html

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  8. वाह ... बेहतरीन हाइकू

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  9. बहुत ही बेहतरीन हाइकु
    शानदार...
    :-)

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  10. सराहना व प्रोत्साहन के लिए आप सभी गुणी जनों का हार्दिक आभार!:-)
    ~सादर!!!

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  11. वातावरण प्रधान हाइकु भावजगत को शब्द चित्र में पिरोते हुए .शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .

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  12. badalte mousam ki sundar abhivyakti..

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  13. बढ़िया भीगे भीगे हायकू /////

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  14. दिन सिहरा
    बादलों की चादर
    छिड़कें बूँदें...!

    बेहतरीन हाइकू.

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