'नादानी' बनी 'इल्ज़ाम' कैसे,
'मासूमियत' हुई 'शर्मसार' किस तरह...
'खामोशी' बनी 'गुनाह' कैसे,
'शिक़वे' हुए 'लाचार' किस तरह...
'मायूसी' बनी 'आदत' कैसे,
'सपने' हुए 'अख़बार' किस तरह...
'यादें' बनी 'किताब' कैसे,
'फूल' हुए 'गुनाहगार' किस तरह...
'आँखें' बनी 'सेहरा' कैसे,
'अश्क़' हुए 'बहार' किस तरह....
'बादल' बने 'दीवार' कैसे,
'चाँदनी' हुई 'तरफदार' किस तरह...
'साहिल' बने 'मंझदार' कैसे,
'लहरें' बनी 'पतवार' किस तरह...
'मुखौटे' बने 'पहचान' कैसे,
'सादगी' हुई 'मक्कार' किस तरह...
'गुरूर' बने 'सरताज' कैसे,
'हक़ीक़त' हुई 'खाकसार' किस तरह...
'गम' बने 'ख़ुदग़र्ज़' कैसे,
'खुशी' हुई 'बेज़ार' किस तरह...
'जज़्बात' बने 'इश्तहार' कैसे,
'ज़िंदगी' हुई 'व्यापार' किस तरह...
'साँसें' बनी 'सामान' कैसे,
'मौत' हुई 'साहूकार' किस तरह....
'बंदगी' बनी 'जुनून' कैसे,
'खुदा' हुए 'दर-ब-दर' किस तरह.........